PM Ujjwala Yojana 2025: मुफ्त गैस सिलेंडर और चूल्हा पाने का सुनहरा अवसर
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 2025- एक बार फिर से लागू हो चुकी है और इस बार सरकार ने इसे पहले से भी अधिक प्रभावी और पारदर्शी तरीके से ग्रामीण महिलाओं के लिए शुरू किया है। जिन महिलाओं को अब तक मुफ्त गैस कनेक्शन का लाभ नहीं मिला था, उनके लिए यह एक बड़ा मौका है। योजना का उद्देश्य न केवल खाना पकाने के लिए सुरक्षित और स्वच्छ ईंधन उपलब्ध कराना है, बल्कि महिलाओं को स्वास्थ्य, समय और सम्मान की भी सौगात देना है।
उज्ज्वला योजना क्या है?
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत 1 मई 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। इसका मूल उद्देश्य ग्रामीण और गरीब महिलाओं को मुफ्त एलपीजी गैस कनेक्शन देकर उन्हें धुएं से होने वाली बीमारियों से बचाना था। वर्ष 2025 में इस योजना का नया चरण आरंभ हुआ है, जिसमें पहले से छूट चुकी पात्र महिलाओं को दोबारा आवेदन का अवसर दिया जा रहा है।
2025 में क्या है नया?
ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों विकल्पों में आवेदन की सुविधा दी गई है।
आवेदन प्रक्रिया को तेज़, सरल और डिजिटल बनाया गया है।
इस चरण में पहली रिफिल पर ₹300 की सब्सिडी भी मिलेगी।
गैस सिलेंडर, रेगुलेटर और चूल्हा सब कुछ मुफ्त में मिलेगा।
योजना से किन्हें मिलेगा लाभ?
इस योजना का लाभ वही महिलाएं ले सकती हैं जो:
भारत की नागरिक हों और 18 वर्ष या उससे अधिक आयु की हों।
गरीबी रेखा के नीचे (BPL) आती हों।
पहले कभी उज्ज्वला योजना के तहत LPG कनेक्शन प्राप्त न किया हो।
उनके पास आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक खाता और मोबाइल नंबर हों।
आवश्यक दस्तावेज
PM Ujjwala Yojana 2025 के लिए आवेदन करते समय निम्न दस्तावेजों की जरूरत होगी:
आधार कार्ड (महिला के नाम से)
राशन कार्ड
वोटर आईडी या अन्य पहचान पत्र
बैंक पासबुक (महिला के नाम पर खाता)
पासपोर्ट साइज़ फोटो
मोबाइल नंबर
उज्ज्वला योजना के लाभ –
1. मुफ्त गैस कनेक्शन
महिलाओं को बिना किसी शुल्क के LPG गैस कनेक्शन, चूल्हा और सिलेंडर दिया जाता है।
2. पहली रिफिल पर सब्सिडी
सरकार की ओर से पहली गैस रिफिल पर ₹300 की सब्सिडी दी जाती है, जिससे रिफिल लगभग मुफ्त मिलती है।
3. स्वास्थ्य लाभ
लकड़ी या कोयले की जगह LPG गैस से खाना पकाने पर धुएं से होने वाली बीमारियां जैसे फेफड़े की बीमारी, आंखों में जलन आदि से राहत मिलती है।
4. समय और मेहनत की बचत
महिलाओं को अब जंगल में लकड़ी इकट्ठा करने की जरूरत नहीं, जिससे समय बचेगा और वे अन्य कामों में ध्यान दे सकेंगी।
5. सुरक्षित और स्वच्छ रसोई
गैस से खाना बनाना न केवल स्वच्छ होता है, बल्कि आगजनी जैसी घटनाओं का खतरा भी कम हो जाता है।
6. पर्यावरण संरक्षण
पारंपरिक ईंधन की जगह गैस का उपयोग जंगलों की कटाई को रोकने और प्रदूषण को कम करने में मदद करता है।
8वी पास आवेदन करे (8th Pass)
10वी /12वी पास आवेदन करे (10th / 12th Pass)
ड्राइवर आवेदन करे (Driver Job)
चपरासी आवेदन करे (Peon Job)
आवेदन कैसे करें?
ऑनलाइन प्रक्रिया
https://www.pmuy.gov.in पर जाएं।
“नए कनेक्शन के लिए आवेदन करें” पर क्लिक करें।
अपनी पात्रता जांचें।
गैस वितरक कंपनी (HP, Indane, Bharat) चुनें।
फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
सबमिट करें और SMS/ईमेल के माध्यम से अपडेट पाएं।
ऑफलाइन प्रक्रिया –
नजदीकी गैस एजेंसी पर जाएं।
आवेदन फॉर्म भरें।
जरूरी दस्तावेज साथ लेकर जाएं।
एजेंसी पर सत्यापन के बाद कनेक्शन घर पर पहुंचाया जाएगा।
किन्हें प्राथमिकता मिलेगी?
सरकार विशेष रूप से इन वर्गों की महिलाओं को प्राथमिकता दे रही है:
अनुसूचित जाति (SC)
अनुसूचित जनजाति (ST)
अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC)
अति पिछड़ा वर्ग
अंत्योदय कार्डधारी
गरीब विधवा महिलाएं
दिव्यांग महिलाएं
सब्सिडी कैसे मिलेगी?
प्रत्येक पात्र लाभार्थी महिला को प्रत्येक गैस सिलेंडर पर ₹300 की सब्सिडी बैंक खाते में सीधे DBT (Direct Benefit Transfer) के जरिए ट्रांसफर की जाती है।
यह सुविधा एक साल में अधिकतम 12 सिलेंडरों तक दी जाएगी।
निष्कर्ष: PM Ujjwala Yojana 2025 सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि महिलाओं के जीवन में सशक्तिकरण, स्वास्थ्य, सम्मान और समय प्रबंधन की नई शुरुआत है। यह पहल उन महिलाओं के लिए है जो अब तक पारंपरिक ईंधन से खाना बना रही थीं और धुएं की समस्याओं से जूझ रही थीं।
अगर आप या आपके आस-पास कोई महिला इस योजना के लिए पात्र है, तो आज ही आवेदन करें और सरकार की इस क्रांतिकारी योजना का लाभ उठाएं।