Vice President Election Result: सीपी राधाकृष्णन की जीत ने सबको चौंकाया,जानिए सीपी राधाकृष्णन की जीत की पूरी कहानी!

Vice President Election Result: सीपी राधाकृष्णन की जीत ने सबको चौंकाया, 452 वोटों से जीतकर बने देश के 15वें उपराष्ट्रपति!

सीपी राधाकृष्णन, उपराष्ट्रपति चुनाव 2025, एनडीए उम्मीदवार, भारत का उपराष्ट्रपति

Vice President Election Result 9 सितंबर 2025, भारत ने अपने 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में सीपी राधाकृष्णन को चुना, और उनकी जीत ने सबको हैरान कर दिया! यह जीत न सिर्फ एनडीए की ताकत दिखाती है, बल्कि तमिलनाडु के इस दिग्गज नेता की मेहनत और समर्पण की कहानी भी बयां करती है। आइए, इस जीत की पूरी कहानी को समझते हैं।

आखिर कौन हैं सीपी राधाकृष्णन?

सीपी राधाकृष्णन, जिनका पूरा नाम चंद्रपुरम पोनुसामी राधाकृष्णन है, तमिलनाडु के तिरुपुर में 1957 में जन्मे। वे एक अनुभवी राजनेता हैं, जिन्होंने आरएसएस से अपनी शुरुआत की और बाद में बीजेपी के बड़े नेता बने। कोयंबटूर से दो बार सांसद रह चुके राधाकृष्णन ने तमिलनाडु में बीजेपी को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई। हाल ही में वे महाराष्ट्र के गवर्नर थे, और इससे पहले झारखंड और पुडुचेरी में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। उनकी सादगी और मेहनत ने उन्हें “कोयंबटूर का वाजपेयी” का खिताब दिलाया।

Vice President Election 2025: कैसे मिली जीत?

इस बार का उपराष्ट्रपति चुनाव रोमांचक था। एनडीए ने सीपी राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार बनाया, जबकि विपक्षी इंडिया ब्लॉक ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी सुदर्शन रेड्डी को मैदान में उतारा। कुल 781 सांसदों के इलेक्टोरल कॉलेज में 452 वोट हासिल कर राधाकृष्णन ने बाजी मारी, जबकि रेड्डी को 300 वोट मिले। खास बात यह रही कि 15 वोट अवैध हुए और बीजेडी, बीआरएस, और शिरोमणि अकाली दल जैसे दलों ने वोटिंग से दूरी बनाई।

सूत्रों के मुताबिक, क्रॉस वोटिंग ने भी एनडीए की जीत को और आसान बनाया। करीब 40 विपक्षी सांसदों ने राधाकृष्णन के पक्ष में वोट डाला, जो उनकी लोकप्रियता और विश्वसनीयता को दर्शाता है।

क्या खास बनाता है इस जीत को?

राधाकृष्णन की जीत सिर्फ एक चुनावी जीत नहीं है। यह तमिलनाडु से किसी नेता का 38 साल बाद उपराष्ट्रपति बनना है, जो दक्षिण भारत के लिए गर्व की बात है। उनके गाउंडर समुदाय से होने की वजह से बीजेपी को ओबीसी वोटों को मजबूत करने में भी मदद मिलेगी। साथ ही, उनकी साफ छवि और सभी दलों से अच्छे रिश्तों ने उन्हें एक मजबूत दावेदार बनाया।

नेताओं ने क्या कहा?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी जीत पर बधाई देते हुए कहा कि राधाकृष्णन अपने अनुभव से संसदीय परंपराओं को और मजबूत करेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी उनके लंबे सार्वजनिक जीवन की सराहना की। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्ष के उम्मीदवार रेड्डी की हार को एक वैचारिक लड़ाई बताया।

अब आगे क्या?

सीपी राधाकृष्णन अब राज्यसभा के सभापति के रूप में भी जिम्मेदारी संभालेंगे। उनकी सादगी, अनुभव और सभी दलों से जुड़ने की काबिलियत से उम्मीद है कि वे इस भूमिका में नई मिसाल कायम करेंगे।

निष्कर्ष: सीपी राधाकृष्णन की जीत एक राजनेता की मेहनत, समर्पण, और रणनीति की जीत है। यह जीत न सिर्फ एनडीए के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक नई शुरुआत है।

PM Mudra Loan Yojana (PMMY): आसानी से करें पीएम मुद्रा लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन

Leave a Comment